भारत में दोपहिया वाहनों का बाजार लगातार बढ़ रहा है, और इनकी लोकप्रियता का कारण है उनकी किफायती कीमत और शानदार माइलेज। लेकिन हाल ही में, देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली बाइक की कीमतों में इज़ाफा हुआ है, जिससे ग्राहकों को अपनी जेब थोड़ी और ढीली करनी पड़ेगी। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कीमतों में बढ़ोतरी क्यों हुई, अब ये बाइक कितनी महंगी हो गई है, और क्या यह अभी भी आपके बजट में फिट बैठेगी।
बाइक निर्माताओं ने हाल ही में बढ़ती उत्पादन लागत और नए सरकारी मानकों के चलते कीमतों में बढ़ोतरी की है। बीएस6 इंजन अपग्रेड के कारण वाहनों को नई उत्सर्जन मानकों के अनुरूप बनाना महंगा साबित हुआ है। इसके अलावा, स्टील और अन्य कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी ने उत्पादन लागत को और बढ़ा दिया। साथ ही, ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने के उद्देश्य से कंपनियों ने आधुनिक तकनीक और नई सुविधाएं भी शामिल की हैं, जिससे इन बाइक्स की कुल कीमत में इज़ाफा हुआ है।
बढ़ी हुई कीमतों का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ा है, खासतौर पर उन लोगों पर जो पहली बार बाइक खरीदने की योजना बना रहे थे। ऐसे ग्राहकों को अब अपने बजट को दोबारा तैयार करना पड़ेगा। हालांकि, बढ़ती कीमतों के बावजूद कंपनियां आसान फाइनेंसिंग विकल्प पेश कर रही हैं, जिससे बाइक खरीदना थोड़ा आसान हो सके। ग्राहक अब केवल ₹10,000 से ₹15,000 के डाउन पेमेंट पर बाइक घर ला सकते हैं, और ₹2,500 से ₹3,000 की मासिक ईएमआई में भुगतान कर सकते हैं। इस प्रकार, फाइनेंसिंग विकल्पों ने बढ़ी कीमतों के प्रभाव को काफी हद तक कम करने में मदद की है।